यह समय अभिव्यक्तियों का
विचारों की अभिव्यक्ति ,
भावनाओं की अभिव्यक्ति ,
कामनाओं की अभिव्यक्ति ,प्रेम की अभिव्यक्ति |
अभिव्यक्तियों के माध्यम,शुभकामनापत्र फूल, और उपहार |
मैं भी बहुत कुछ व्यक्त करना चाहती थी इस बार |
भेजना चाहती थी तुम्हें ,ढेर सारा प्यार |
लेकिन भावनाएं अचानक इतनी तरल हो आई
के किसी भी माध्यम से प्रेषित नही हो पाई|
यह भाववाही समर्थ मौन ,
जो फैला ही मेरे अंतस से शून्य तक |
ले जाए मेरी शुभकामनाएं
उन सब के लिए .......
जिन्होंने किया है मुझे प्यार ,
कभी भी
कहीं भी
किसी भी रूप में .
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2 comments:
seema ji apka blog pad kar laga ki chalo bhopal me bhi sahitya par kam ho raha hai.
me peopls samachar se bhol raha hoon. chahoonga ki aapki koi rachana akbar me chapoon.
aapka
ravindra swapnil prajapati
swapnil.ravi@gmail.com
आप का भी आने वाला प्रति वर्ष अति मंगलदायी हो।
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